Comments

 

Widget Recent Comment No.

इंटरव्यू के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
**********
"पनामा पेपर्स"
लेटिन अमेरिका का एक छोटा सा देश जिसका नाम है पनामा।जिसकी अर्थव्यवस्था में पनामा नहर का बड़ा योगदान हैं। पनामा नहर के अलावा यह देश इन दिनों "पनामा पेपर्स" के लिए चर्चित बना हुआ हैं।
इस शब्द को खोलते है पहला शब्द है 'पनामा' जो कि पनामा को इंगित करता हैं तथा दूसरा शब्द है 'पेपर्स' अर्थात कागज़ात । यह कागज़ात पनामा की एक लॉ कंपनी के है जिसका नाम है "मोसेक फोंसेका" ।
पनामा की यह लॉ कंपनी आपके पैसे का मैनेजमैंट करने का काम करती है। यदि आपके पास बहुत-सा पैसा है और आप उसे सुरक्षित रूप से ठिकाने लगाना चाहते हैं तो यह आपकी मदद करती है। यह आपके नाम से फर्जी कंपनी खोलती है और आपके पैसे को राउंड ट्रिपिंग के जरिये निवेश भी करेगी।
इस कम्पनी के पास कुल 2.6 टेरा बाईट के कागज़ात थे जो वर्ष 2013 में किसी अज्ञात ने हैक कर लिए। हैक करने के उपरांत इस लॉ कम्पनी के कागजात एक NGO को दे दिए गए। इंटरनैशनल कन्सॉर्टियम ऑफ इन्वैस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आई.सी.आई.जे.) नाम के एन.जी.ओ. ने "पनामा पेपर्स" के नाम से यह बड़ा ख़ुलासा किया है। असल मे यही है पनामा पेपर्स ।
पनामा पेपर्स की जांच कर रहे पत्रकारों ने पाया कि मोसेक फोंसेका कंपनी पूरी दुनिया में कम से कम दो लाख कंपनियों से जुड़ी हुई है जो इसके लिए एजैंट का काम करते हैं और पैसा एकत्र करते हैं। कंपनियों से सीधे सौदेबाजी करने की बजाय यह उन्हें सलाह देती है। कई स्थान पर यह दलाली भी करती है। तमाम कोशिशों के बाद भी यह साफ नहीं हो पाया है कि इन कंपनियों के छिपे हुए मालिक कौन हैं। ज्यादातर में लोगों ने किसी दूसरे को नामांकित किया हुआ है।
कागजात बताते हैं कि किस तरह से पैसे वाले लोग ऐसी जगह पर अपना पैसा लगाते हैं जहां टैक्स का कोई चक्कर ही नहीं हो। यानी ‘टैक्स चोरी का स्वर्ग’। जिन 143 राजनेताओं के बारे में इसमें जिक्र किया गया है उनमें से 12 तो अपने देशों के राष्ट्राध्यक्ष हैं। उनके परिवार व नजदीकी लोग इससे जुड़े हैं। रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खास दोस्त सर्जेई रोल्दुगिन का भी नाम इसमें आया है। इस पैसे को जिस रिजॉर्ट में लगाया गया था उसमें पुतिन की बेटी कैटरीना की शादी भी 2013 में हुई थी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ और आइसलैंड के प्रधानमंत्री को अपना पद गंवाना पड़ा वहीं चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग को जांच के आदेश देने पड़े वो भी अपने ही ख़िलाफ़।
भारत से हरीश साल्वे,अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन कई बड़े नेता भी शामिल है देखते है इनपे कब कार्यवाही होगी। इस प्रकार कुल 500 भारतीयों ने भारत को लूट के इस पैसे को पनामा स्थित इस लॉ फर्म के माध्यम से पैसे निवेश किये हैं। सरकार से त्वरित कार्यवाही की उम्मीद करते हैं।

Post a Comment Blogger

Recent In Internet

 
Top