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क़ुतुब मीनार से जुड़े कुछ ऱोचक तथ्य
1. क़ुतुब मीनार ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है।
2. क़ुतुब मीनार की ऊँचाई करीब 73 मीटर और व्यास 14.3 मीटर है।
3. क़ुतुब मीनार में 379 सीढ़ियां मौजूद है।
4. क़ुतुब मीनार को अफ़गानिस्तान में स्थित, जाम की मीनार से प्रेरित होकर और उससे आगे निकलने की इच्छा से बनाया गया था।
5. कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुब मीनार का निर्माण कार्य 1200 AD में आरम्भ करवाया था परन्तु वे इसका केवल आधार ही बनवा पाए थे।
6. कुतुबुद्दीन ऐबक के उत्तराधिकारी “इल्तुतमिश” ने क़ुतुब मीनार की तीन मंजिलों तक बढ़ाया था।
7. सन् 1368 में में फीरोजशाह तुगलक ने क़ुतुब मीनार की पाँचवीं और अन्तिम मंजिल बनवाई थी।
8. क़ुतुब मीनार को लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है। जिस पर धार्मिक ग्रंथ “कुरान” की आयतों की एवं फूल बेलों की महीन नक्काशी की गई है।
9. क़ुतुब मीनार के निर्माण का उद्देश्य इस्लाम की दिल्ली पर विजय दर्शाना भी माना जाता है।
10. क़ुतुब मीनार की मरम्मत “फ़िरोज शाह तुगलक” और “सिकंदर लोधी” द्वारा करवाई जा चुकी है।
11. क़ुतुब मीनार भारत की दूसरी सबसे ऊंची मीनार है।
12. क़ुतुब मीनार करीब 65 सेंटीमीटर तक झुकी हुई है।
13. सन् 1981 में क़ुतुब मीनार में भगदड़ मच गई थी जिसमें करीब 45 लोगो की जान गई थी।
14. कुतुब मीनार का आस-पास का परिसर कुतुब कॉम्पलेक्स से घिरा हुआ है, जो UNESCO द्वारा एक वर्ल्ड हेरिटेज साईट भी है।
15. क़ुतुब मीनार स्टेशन दिल्ली मेट्रो से सबसे करीबी स्टेशन है।
16. सन् 1369 में क़ुतुब मीनार की सबसे ऊँची मंजिल पर बिजली कड़की थी जिससे इसकी मंजिल पूरी तरह गिर गयी थी।
17. 1 अगस्त सन् 1903 को एक भूकंप आया था जिसकी वजह से क़ुतुब मीनार को क्षति पहुची थी। लेकिन ब्रिटिश इंडियन आर्मी के मेजर रोबर्ट स्मिथ ने सन् 1928 में क़ुतुब मीनार को ठीक किया था।
18. क़ुतुब मीनार को सबसे ऊँचे गुम्बद वाली मीनार भी माना जाता है।
19. अलाई मीनार क़ुतुब मीनार से भी ज्यादा ऊँची, बड़ी और विशाल मीनार होती। लेकिन 1316 AD में अला-उद-दिन ख़िलजी की मृत्यु के कारण अलाई मीनार का काम रुका हुआ है।
20. किसी को भी क़ुतुब मीनार की सबसे ऊपरी मंजिल पर नही जाने दिया जाता है

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