इंटरसेप्टर मिसाइल क्या है और कैसे यह उपयोगी है
इंटरसेप्टर मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाला एक बैलिस्टिक रोधी मिसाइल (anti-ballistic missile) है जो किसी भी देश से प्रक्षेपित मध्यम दूरी और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों से मुकाबला करने के लिए बनाया गया है।
बैलिस्टिक मिसाइल रक्षाप्रणाली में दो इंटरसेप्टर मिसाइल, वायुमंडल के बाहरी भाग के लिए पृथ्वी रक्षा वाहन और आन्तरिक वातावरण या कम ऊंचाई के लिए उन्नत डिफेंस मिसाइल शामिल हैं।
एक इंटरसेप्टर मिसाइल तीन तरीके से काम करता है- वह या तो "हिट-टू-रन" प्रणाली पर आधारित होता है (अर्थात इंटरसेप्टर स्वतः ही अपनी ओर आ रहे मिसाइल की ओर अत्यधिक उच्च गति से जाता है) या तो वह ऐसे डिवाइस पर आधारित होता है जिसमें निर्धारित लक्ष्य पर हमला करने के लिए आवश्यक विस्फोटक भरे होते हैं या उपरोक्त दोनों प्रणालियों के संयोजन के आधार पर काम करता हैl उदाहरण के लिए “एजिस” बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली पूरी तरह से "हिट-टू-कील" प्रणाली पर आधारित है, इजरायली मिसाइलों में विस्फोटक बम का उपयोग किया जाता है, जबकि आधुनिक पैट्रियोट मिसाइलों में अधिक क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से "हिट-टू-कील" प्रणाली के साथ-साथ छोटे विस्फोटक बम का उपयोग किया जाता है
इंटरसेप्टर मिसाइल किस प्रकार उपयोगी है?
पृथ्वी वायु रक्षा मिसाइल और उन्नत वायु रक्षा (अश्विन) मिसाइल नामक दोनों इंटरसेप्टर मिसाइल का निर्माण अधिक ऊंचाई तथा निचले सतह पर दुश्मनों के बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने के लिए किया गया है। पृथ्वी वायु रक्षा मिसाइल बाह्य वायुमंडल में 50-80 किमी की ऊंचाई पर मिसाइलों को बेधने में सक्षम है, जबकि उन्नत वायु रक्षा (अश्विन) मिसाइल आन्तरिक वायुमंडल में 30 किमी की ऊंचाई पर मिसाइलों को बेधने में सक्षम है। इसके अलावा इसका प्रयोग बैलिस्टिक मिसाइलों में उड़ान के समय ही परमाणु, रासायनिक, जैविक या पारंपरिक हथियार की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है। गैलोश इंटरसेप्टर का प्रयोग रूसी A-35 बैलिस्टिकरोधी मिसाइल प्रणाली द्वारा परमाणु हथियार ले जाने के लिए किया जाता है। यहाँ तक कि LIM-49A स्पार्टन और स्प्रिंट मिसाइलों का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका की रक्षा प्रणाली द्वारा किया जाता है।
इंटरसेप्टर मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाला एक बैलिस्टिक रोधी मिसाइल (anti-ballistic missile) है जो किसी भी देश से प्रक्षेपित मध्यम दूरी और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों से मुकाबला करने के लिए बनाया गया है।
बैलिस्टिक मिसाइल रक्षाप्रणाली में दो इंटरसेप्टर मिसाइल, वायुमंडल के बाहरी भाग के लिए पृथ्वी रक्षा वाहन और आन्तरिक वातावरण या कम ऊंचाई के लिए उन्नत डिफेंस मिसाइल शामिल हैं।
एक इंटरसेप्टर मिसाइल तीन तरीके से काम करता है- वह या तो "हिट-टू-रन" प्रणाली पर आधारित होता है (अर्थात इंटरसेप्टर स्वतः ही अपनी ओर आ रहे मिसाइल की ओर अत्यधिक उच्च गति से जाता है) या तो वह ऐसे डिवाइस पर आधारित होता है जिसमें निर्धारित लक्ष्य पर हमला करने के लिए आवश्यक विस्फोटक भरे होते हैं या उपरोक्त दोनों प्रणालियों के संयोजन के आधार पर काम करता हैl उदाहरण के लिए “एजिस” बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली पूरी तरह से "हिट-टू-कील" प्रणाली पर आधारित है, इजरायली मिसाइलों में विस्फोटक बम का उपयोग किया जाता है, जबकि आधुनिक पैट्रियोट मिसाइलों में अधिक क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से "हिट-टू-कील" प्रणाली के साथ-साथ छोटे विस्फोटक बम का उपयोग किया जाता है
इंटरसेप्टर मिसाइल किस प्रकार उपयोगी है?
पृथ्वी वायु रक्षा मिसाइल और उन्नत वायु रक्षा (अश्विन) मिसाइल नामक दोनों इंटरसेप्टर मिसाइल का निर्माण अधिक ऊंचाई तथा निचले सतह पर दुश्मनों के बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने के लिए किया गया है। पृथ्वी वायु रक्षा मिसाइल बाह्य वायुमंडल में 50-80 किमी की ऊंचाई पर मिसाइलों को बेधने में सक्षम है, जबकि उन्नत वायु रक्षा (अश्विन) मिसाइल आन्तरिक वायुमंडल में 30 किमी की ऊंचाई पर मिसाइलों को बेधने में सक्षम है। इसके अलावा इसका प्रयोग बैलिस्टिक मिसाइलों में उड़ान के समय ही परमाणु, रासायनिक, जैविक या पारंपरिक हथियार की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है। गैलोश इंटरसेप्टर का प्रयोग रूसी A-35 बैलिस्टिकरोधी मिसाइल प्रणाली द्वारा परमाणु हथियार ले जाने के लिए किया जाता है। यहाँ तक कि LIM-49A स्पार्टन और स्प्रिंट मिसाइलों का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका की रक्षा प्रणाली द्वारा किया जाता है।
Post a Comment Blogger Facebook