उत्तर प्रदेश में सिंचाई के प्रमुख स्रोत
उत्तर प्रदेश में सर्वप्रथम 1823 में प्रथम सिंचाई कार्यालय सहारनपुर में खोला गया
पूर्वी यमुना नहर का निर्माण -1830 ईस्वी
ऊपरी गंगा नहर का निर्माण -1854 ईस्वी
आगरा नहर का निर्माण -1874 ईस्वी
निचली गंगा नहर का निर्माण -1878 ईसवीं
बेतवा नहर का निर्माण -1885 ईसवी बेतवा नगर के द्वारा जालौन और हमीरपुर जिले की सिंचाई की जाती है
कृषि संगणना 2011 के अनुसार देश में निवल बुवाई क्षेत्र में निवल सिंचित क्षेत्र का सर्वाधिक अनुपात राज्य में
1. पंजाब
2. हरियाणा
3. उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश का शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल 140.27 लाख हेक्टेयर है
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से प्रभावित कुल क्षेत्रफल 73.36 लाख हेक्टेयर है
उत्तर प्रदेश में सिंचाई के साधन
देश में नलकूपों द्वारा सिंचित क्षेत्र सर्वाधिक है
नलकूपों द्वारा सिंचाई 72 प्रतिशत (क्षेत्रफल 145.26 लाख हेक्टेयर )
नहरों द्वारा सिंचाई 18.2 प्रतिशत (क्षेत्रफल -37.13 लाख हेक्टेयर)
तालाबों ,पोखरों ,झीलों व् कुओं द्वारा सिंचाई 10.2 प्रतिशत (क्षेत्रफल -1.63 लाख हेक्टेयर)
अन्य साधनों से सिंचाई .4 प्रतिशत
गंगा घाटी के मध्यवर्ती क्षेत्र में कुओं द्वारा सर्वाधिक सिंचाई की जाती है
उत्तर प्रदेश के अंतर्गत कुल नगरों की लंबाई 73997 किलोमीटर है सर्वाधिक नहरे उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में पाई जाती है
पूर्वी यमुना नहर
1. पूर्वी यमुना नहर सहारनपुर से निकाली गई है
2. देश की यह प्रदेश के सबसे पुरानी नहर है
3. इसके कुल लंबाई 1550 किलोमीटर है
आगरा नहर
1. इस का उद्गम स्थल ओखला है
2. आगरा नगर यमुना नदी से निकाली गई है
ऊपरी गंगा नहर
1. ऊपरी गंगा नहर का उद्गम स्थल हरिद्वार है
निचली गंगा
1. निचली गंगा नहर का उद्गम स्थल नरौरा बुलंद शहर है
शारदा नहर
1. शारदा नहर उत्तर प्रदेश की सर्वाधिक लंबी नहर है
2. ख़ातिमा शक्ति केंद्र शारदा नगर पर स्थित है
3. शारदा नहर का उद्गम स्थल बनबासा है जोकि उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा पर स्थित है
4. शारदा नहर की कुल लंबाई 12368 किलोमीटर है
5. शारदा नगर से बरेली पीलीभीत शाहजहांपुर लखीमपुर खीरी व् अन्य जिलों की सिंचाई की जाती है
बेतवा नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के झांसी जालौन एवं हमीरपुर जिले की सिंचाई होती है
उत्तर प्रदेश के प्रमुख पेय जल परियोजनाएं
गोकुल बैराज
गंगाजल बैराज
लवकुश बैराज तथा
आगरा बैराज
माताटीला बांध से गुरसराय एवं मंदर नहरों को निकाला गया है
सपरार नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के झांसी एवं हमीरपुर जिले की सिंचाई की जाती है
अर्जुन बाँध नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के महोबा एवं हमीरपुर जिले की सिंचाई की जाती है
बेलन नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले की सिंचाई की जाती है
नगवां बांध नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर एवं सोनभद्र जिलों की सिंचाई की जाती है
उत्तर प्रदेश में सर्वप्रथम 1823 में प्रथम सिंचाई कार्यालय सहारनपुर में खोला गया
पूर्वी यमुना नहर का निर्माण -1830 ईस्वी
ऊपरी गंगा नहर का निर्माण -1854 ईस्वी
आगरा नहर का निर्माण -1874 ईस्वी
निचली गंगा नहर का निर्माण -1878 ईसवीं
बेतवा नहर का निर्माण -1885 ईसवी बेतवा नगर के द्वारा जालौन और हमीरपुर जिले की सिंचाई की जाती है
कृषि संगणना 2011 के अनुसार देश में निवल बुवाई क्षेत्र में निवल सिंचित क्षेत्र का सर्वाधिक अनुपात राज्य में
1. पंजाब
2. हरियाणा
3. उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश का शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल 140.27 लाख हेक्टेयर है
उत्तर प्रदेश में बाढ़ से प्रभावित कुल क्षेत्रफल 73.36 लाख हेक्टेयर है
उत्तर प्रदेश में सिंचाई के साधन
देश में नलकूपों द्वारा सिंचित क्षेत्र सर्वाधिक है
नलकूपों द्वारा सिंचाई 72 प्रतिशत (क्षेत्रफल 145.26 लाख हेक्टेयर )
नहरों द्वारा सिंचाई 18.2 प्रतिशत (क्षेत्रफल -37.13 लाख हेक्टेयर)
तालाबों ,पोखरों ,झीलों व् कुओं द्वारा सिंचाई 10.2 प्रतिशत (क्षेत्रफल -1.63 लाख हेक्टेयर)
अन्य साधनों से सिंचाई .4 प्रतिशत
गंगा घाटी के मध्यवर्ती क्षेत्र में कुओं द्वारा सर्वाधिक सिंचाई की जाती है
उत्तर प्रदेश के अंतर्गत कुल नगरों की लंबाई 73997 किलोमीटर है सर्वाधिक नहरे उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में पाई जाती है
पूर्वी यमुना नहर
1. पूर्वी यमुना नहर सहारनपुर से निकाली गई है
2. देश की यह प्रदेश के सबसे पुरानी नहर है
3. इसके कुल लंबाई 1550 किलोमीटर है
आगरा नहर
1. इस का उद्गम स्थल ओखला है
2. आगरा नगर यमुना नदी से निकाली गई है
ऊपरी गंगा नहर
1. ऊपरी गंगा नहर का उद्गम स्थल हरिद्वार है
निचली गंगा
1. निचली गंगा नहर का उद्गम स्थल नरौरा बुलंद शहर है
शारदा नहर
1. शारदा नहर उत्तर प्रदेश की सर्वाधिक लंबी नहर है
2. ख़ातिमा शक्ति केंद्र शारदा नगर पर स्थित है
3. शारदा नहर का उद्गम स्थल बनबासा है जोकि उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा पर स्थित है
4. शारदा नहर की कुल लंबाई 12368 किलोमीटर है
5. शारदा नगर से बरेली पीलीभीत शाहजहांपुर लखीमपुर खीरी व् अन्य जिलों की सिंचाई की जाती है
बेतवा नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के झांसी जालौन एवं हमीरपुर जिले की सिंचाई होती है
उत्तर प्रदेश के प्रमुख पेय जल परियोजनाएं
गोकुल बैराज
गंगाजल बैराज
लवकुश बैराज तथा
आगरा बैराज
माताटीला बांध से गुरसराय एवं मंदर नहरों को निकाला गया है
सपरार नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के झांसी एवं हमीरपुर जिले की सिंचाई की जाती है
अर्जुन बाँध नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के महोबा एवं हमीरपुर जिले की सिंचाई की जाती है
बेलन नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले की सिंचाई की जाती है
नगवां बांध नहर द्वारा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर एवं सोनभद्र जिलों की सिंचाई की जाती है
Post a Comment Blogger Facebook